हंजबाम जॉयकिशन शर्मा
कैंसर आज जैविक विज्ञान की दुनिया में महत्वपूर्ण चुनौतियों में से एक है। यह बीमारी जलवायु परिवर्तन के बाद सबसे बड़ा खतरा है। कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी जैसी मौजूदा चिकित्सीय तकनीकें न केवल सामान्य कोशिकाओं को नष्ट करती हैं बल्कि पुरानी और अप्रभावी भी हैं। अधिक चयनात्मक, लक्षित तरीके और वितरण प्रणाली में हालिया उन्नति समय की मांग है। अधिक तर्कसंगत लक्षित तरीकों को सामूहिक रूप से रेडियोइम्यूनोजेनेटिक थेरेपी कहा जाता है जो घातक बीमारियों के पूर्ण उन्मूलन की दिशा में एक क्रांतिकारी दृष्टिकोण है।