मंजूषा जोशी, केडी देसाई और एमएस मेनन
उद्देश्य: मधुमेह और उच्च रक्तचाप वाले लोगों में हृदय संबंधी बीमारियों का गहरा संबंध है। सामान्य लोगों की तुलना में मधुमेह और उच्च रक्तचाप वाले लोगों में हृदय संबंधी मृत्यु की घटनाएं अधिक होती हैं। वर्तमान निदान तकनीकों में प्रीक्लिनिकल निदान क्षमता नहीं है। प्रीक्लिनिकल निदान जो रुग्णता और मृत्यु दर को नियंत्रित कर सकता है, केवल HRV विश्लेषण द्वारा ही संभव हो सकता है। यह शोधपत्र हृदय गति परिवर्तनशीलता (HRV) विश्लेषण सूचकांकों और इकोकार्डियोग्राम सूचकांकों के बीच सहसंबंध के सहसंबंध अध्ययन और पैथोफिज़ियोलॉजिकल विश्लेषण का प्रस्ताव करता है। प्रयास का उद्देश्य HRV विश्लेषण परिणामों को मान्य करना है, जिनमें इकोकार्डियोग्राम निष्कर्षों के साथ प्रीक्लिनिकल निदान क्षमता है।
तरीके और विषय: अध्ययन 27 सामान्य विषयों, 39 मधुमेह रोगियों के साथ और बिना मायोकार्डियल इस्किमिया/रोधगलन के और 40 उच्च रक्तचाप वाले विषयों के साथ किया गया है। डेटा के नमूने फोर्टिस-एसएल रहेजा अस्पताल माहिम (पश्चिम) मुंबई से एकत्र किए गए हैं।
निष्कर्ष: एचआरवी सूचकांक हृदय गति परिवर्तनशीलता यानी एसडीएनएन और इकोकार्डियोग्राम सूचकांक बाएं वेंट्रीक्युलर इजेक्शन अंश (एलवीईएफ) का मूल्य रोग समूह में मध्यम रूप से सहसंबद्ध है। आर2 परीक्षण (फिटनेस ऑफ फिट टेस्ट) सूचकांक महत्वहीन है, जो दर्शाता है कि एसडीएनएन एलवीईएफ की भविष्यवाणी नहीं करता है।