खालिद एम. एल्साबावी
उद्देश्य: वर्तमान अध्ययन दूध के नमूनों के सूक्ष्म-संरचनात्मक मापदंडों (अनाज, कणों के आकार) पर दो अलग-अलग प्रकार के विकिरणों (उच्च ऊर्जा एनडी-लेजर और गामा - विकिरण जिनमें थर्मल प्रभावों के अतिरिक्त ऑक्सीडेटिव प्रकृति होती है) के प्रभाव पर चर्चा करते हैं।
कार्यप्रणाली: जांचे गए नमूनों की जांच विकिरण से पहले और बाद में स्पेक्ट्रोफोटोमेट्रिकली और संरचनात्मक रूप से की जाएगी ताकि इसकी आंतरिक संरचना विशेषताओं की पुष्टि क्रमशः (एक्सआरडी, माइक्रोस्ट्रक्चर) (एसईएम, एएफएम, रमन-स्पेक्ट्रा) के माध्यम से की जा सके। इसके अलावा कई विकिरण मापदंडों का परीक्षण किया जाएगा जैसे विकिरण खुराक की ताकत और विकिरण खुराक का समय।
परिणाम: एक्स-रे विवर्तन (एक्स-रे विवर्तन) से यह सिद्ध हुआ कि मुख्य क्रिस्टल संरचना अभी भी वैसी ही है, एएफएम एवं एसईएम ने संकेत दिया कि विकिरण खुराक में वृद्धि के फलस्वरूप सूक्ष्म संरचना विशेषताओं में भारी परिवर्तन देखा गया।
निष्कर्ष: परिणामों से पता चला कि दो लागू विकिरण स्रोतों का लागू नमूने की मुख्य क्रिस्टलोग्राफिक संरचना पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है, केवल सूक्ष्म संरचनात्मक विशेषताएं बदल जाती हैं।