इओआना जी त्सिलिगियानी
पृष्ठभूमि: वैश्विक आर्थिक संकट ने ग्रीस को प्रभावित किया है। पुरानी बीमारियों के लिए मरीजों की दवाओं के पालन पर डेटा गायब है। इस अध्ययन का उद्देश्य यह पता लगाना था कि वित्तीय संकट और बार-बार फार्मासिस्टों की हड़ताल ने किस हद तक मरीजों की चिकित्सा के पालन को प्रभावित किया है। तरीके: डिजाइन ग्रामीण क्रीट में एक मात्रात्मक और गुणात्मक अध्ययन फरवरी 2013 में खुले और बंद प्रश्नों के साथ एक पूर्व-परीक्षण प्रश्नावली के उपयोग के साथ डिजाइन और कार्यान्वित किया गया था। सेटिंग क्रीट के एक सुपरिभाषित भौगोलिक क्षेत्र में ग्रामीण अभ्यास। विषय प्रश्नावली उन सभी रोगियों से ली गई थी जो लगातार दो सप्ताह तक पुरानी या तीव्र बीमारियों के लिए ग्रामीण अभ्यासों में गए थे। मुख्य परिणाम और उपाय आयु, वार्षिक आय, चिकित्सा के प्रति पालन, रोगी के विचार और भावनाएं। परिणाम: 288 रोगियों ने भाग लिया। सीओपीडी या अस्थमा के 46.42% रोगियों ने अपनी दवाएँ पूरी तरह से बंद कर दी थीं, खुराक कम कर दी थी या पहले की तरह ही दवाएँ इस्तेमाल की थीं; डिस्लिपिडेमिया के रोगियों को उनकी दवाएँ केवल 51.8% में सुझाई गई थीं। हृदय संबंधी बीमारियों के रोगियों को उनकी दवाएँ 75.6% में सुझाई गई थीं जबकि बाकी ने खुराक लेना छोड़ दिया या छोड़ दिया। रिपोर्ट की गई सबसे आम भावनाएँ उदासी, डर, तनाव, चिंता और अलगाव थीं। निष्कर्ष आर्थिक संकट ने ग्रामीण क्षेत्रों में रोगियों के उपचार के प्रति पालन के साथ-साथ उनकी मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक स्थिति को भी प्रभावित किया है। प्राथमिक देखभाल के संदर्भ में कार्रवाई की तत्काल आवश्यकता है।