पी.आर.बागीधर राव* वाई.प्रशांत
वायुमार्ग की बीमारियों के इलाज के लिए जैल के साथ एरोसोलाइजेशन के माध्यम से दवाओं का प्रशासन संभावित रूप से एक आदर्श रणनीति है। यह वितरण विधि लक्षित ऊतकों, वायुमार्गों में दवा की उच्च सांद्रता सुनिश्चित करती है, जिसमें आम तौर पर कम प्रणालीगत अवशोषण और प्रणालीगत प्रतिकूल प्रभाव होते हैं। सिस्टिक फाइब्रोसिस (सीएफ), नॉन-सीएफ ब्रोन्किइक्टेसिस (एनसीएफबी), निमोनिया, कोरोनरी ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिसऑर्डर (सीओपीडी) और वेंटिलेटर-एसोसिएटेड निमोनिया (वीएपी) के रोगियों में जीवाणु संक्रमण और वायरल संक्रमण के उपचार के रूप में एरोसोलाइज्ड एंटीबायोटिक दवाओं का परीक्षण किया गया है। सबसे सफल अनुप्रयोग सीएफ के रोगियों में संक्रमण का उपचार है। यह परिकल्पना की गई है कि एनसीएफबी में भी इसी तरह की सफलता देखी जाएगी। यह समीक्षा लक्षित साइट पर दवा के तत्काल रिलीज को सक्षम करने के लिए कई जीवाणु और वायरल संक्रमणों में एरोसोलाइज्ड एंटीबायोटिक दवाओं के उपयोग का समर्थन करने वाले उपलब्ध साक्ष्य का सारांश देती है