सईद नौरियन, मोहम्मद रज़ा बेरानवांड, ज़ेनेदीन खीरी, अली अली असगरी और मोहम्मद असदपुर पिरानफ़र
उद्देश्य: हमारा उद्देश्य तीव्र एसटी एलिवेशन मायोकार्डियल इन्फार्क्शन (एसटीईएमआई) वाले रोगियों में बाएं वेंट्रिकुलर डिसफंक्शन के नैदानिक, इलेक्ट्रोकार्डियोग्राफिक (ईसीजी) और जैव रासायनिक पूर्वानुमानों को निर्धारित करना था।
विधियाँ: लोगमान हकीम अस्पताल में भर्ती STEMI के रोगियों का अध्ययन किया गया। ECG चर थे: ECG दर, ECG लय, QRS अवधि, पूर्ण ST विचलन का योग (सभी, अवर और पूर्ववर्ती लीड में), ST उन्नयन के साथ लीड की संख्या, अधिकतम ST उन्नयन, पैथोलॉजिकल Q तरंगों की उपस्थिति और रोधगलन का स्थान। प्राथमिक परिणाम माप LVEF ≤ 40% था।
परिणाम: कुल 124 रोगियों (91 पुरुष, 33 महिला) का अध्ययन किया गया। रोगियों की औसत आयु 59.1 वर्ष (एसडी=12.6) थी। इनमें से, 52 रोगियों (44.4%) में LVEF ≤ 40% था और डिस्चार्ज के समय 68 रोगियों (54.8%) को एंजियोग्राफी की सलाह दी गई थी। बहुभिन्नरूपी विश्लेषण ने पिछले MI, मधुमेह, अधिकतम क्रिएटिन किनेज (CK) स्तरों, सभी और अवर लीड में पूर्ण ST विचलन के योग के साथ LVEF ≤ 40% का संबंध दिखाया।
निष्कर्ष: STEMI के रोगियों में प्रारंभिक ECG और CK स्तरों में जोखिम स्तरीकरण, रोग का निदान और उसके बाद की प्रबंधन योजना के लिए मूल्यवान जानकारी हो सकती है। इस अध्ययन के परिणाम उन रोगियों को परिभाषित करने के लिए आगे के अध्ययनों की गारंटी देते हैं जो आक्रामक और परिष्कृत हस्तक्षेपों से सबसे अधिक लाभान्वित होते हैं।