नोएल एम मंगा, विवियन एमपी सिस्से-डायलो, एनडेय एम दीया-बडियन, सिल्वी ए डिओप-न्याफौना, डिज़ायर ईआर नगोमा येंगो, शेख टी एनडोर, पापा एस सोव, येमौ डिएंग, मौसा सेदी और पियरे एम गिरार्ड
पृष्ठभूमि: क्रिप्टोकोकल मैनिंजाइटिस उप-सहारा अफ्रीका में एचआईवी रोगियों की मृत्यु का एक प्रमुख कारण है। जोखिम वाले रोगियों में क्रिप्टोकोकल एंटीजेनेमिया की जांच से स्पर्शोन्मुख या कम लक्षण वाले मामलों की शुरुआती पहचान की जा सकती है। इस अध्ययन का उद्देश्य क्रिप्टोकोकल एंटीजेनेमिया और संबंधित कारकों की व्यापकता का निर्धारण करना है। विधियाँ: हमने अध्ययन अवधि के दौरान अस्पताल में भर्ती मरीजों के महामारी विज्ञान, नैदानिक और जैविक पहलुओं की रिपोर्ट करते हुए एक क्रॉस-सेक्शनल अध्ययन किया। सीरम एंटीजन को लेटेक्स एग्लूटिनेशन द्वारा मापा गया था। परिणाम: 541 एचआईवी संक्रमित रोगियों में सकारात्मक क्रिप्टोकोकल एंटीजेनेमिया के पचास मामलों की पुष्टि की गई, जिससे 9.2% की व्यापकता मिली। सकारात्मक क्रिप्टोकोकल एंटीजेनेमिया (p<0,05) से महत्वपूर्ण रूप से जुड़े कारक थे: क्रिप्टोकोकल सेरेब्रोमेनिनजाइटिस का इतिहास होना और प्रवेश के समय सिरदर्द, चेतना में बदलाव या मेनिन्जियल लक्षण होना।