सलेम एनए और सलेम ईए
तर्कसंगत: सीसा आम भारी धातु प्रदूषकों में से एक है जिसका मनुष्यों और जानवरों के विभिन्न अंगों पर विषैला प्रभाव पड़ता है। सीसा (Pb) के संपर्क में आने से रिएक्टिव ऑक्सीजन स्पीशीज (ROS) का उत्पादन होता है जो किडनी और वृषण के कार्यों को प्रभावित करता है।
उद्देश्य: वर्तमान अध्ययन का उद्देश्य वयस्क नर चूहों के गुर्दे और वृषण में ऑक्सीडेटिव तनाव से संबंधित जैव रासायनिक मार्करों के परिवर्तनों पर सीसे के प्रभाव का मूल्यांकन करना और इन जैव मार्करों पर लहसुन के प्रशासन के सुरक्षात्मक प्रभाव को उजागर करना था।
परिणाम: परिणामों से पता चला कि सीसे के संपर्क में आने से क्रिएटिनिन, यूरिया और यूरिक एसिड में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई, जो गुर्दे के कार्य, साइटोकाइन्स और सूजन संबंधी मध्यस्थों, गुर्दे और वृषण ऊतकों में सीसे की सांद्रता, गुर्दे और वृषण के वजन में महत्वपूर्ण कमी के साथ ऑक्सीडेटिव तनाव, गुर्दे और वृषण ऊतकों में यौन हार्मोन और एंटीऑक्सीडेंट के संकेतक हैं। सीसे के नशे में चूर चूहों में मृत शुक्राणुओं के प्रतिशत और असामान्य शुक्राणु दर में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जबकि शुक्राणु सांद्रता और शुक्राणु गतिशीलता में महत्वपूर्ण कमी देखी गई।
निष्कर्ष: लहसुन के साथ पूर्व-उपचार से सीसा द्वारा प्रेरित अपक्षयी परिवर्तनों को रोका जा सकता है, ऑक्सीडेटिव तनाव, साइटोकाइन्स और सूजन संबंधी मध्यस्थों को कम किया जा सकता है, तथा गुर्दे और वृषण ऊतकों में होने वाले जैव रासायनिक परिवर्तनों को लगभग सामान्य समूह के करीब बहाल किया जा सकता है।