एचआईवी और रेट्रो वायरस जर्नल खुला एक्सेस

एंटी-रेट्रोवायरल दवाएं

एचआईवी के इलाज के लिए एंटीरेट्रोवाइरल दवाओं का उपयोग किया जाता है। ये दवाएं एचआईवी के नुकसान को रोकती हैं इन दवाओं को विभिन्न वर्गों में वर्गीकृत किया गया है जैसे न्यूक्लियोसाइड / न्यूक्लियोटाइड रिवर्स ट्रांसक्रिप्ट अवरोधक: इसे न्यूक्स भी कहा जाता है। यह एचआईवी प्रजनन प्रक्रिया को रोकता है। उदाहरण (ज़िडोवुडिन, डिडानोसिन)। नॉन-न्यूक्लियोसाइड रिवर्स ट्रांस्क्रिप्ट इनहिबिटर: इसे नॉन-न्यूक्स भी कहा जाता है। यह भी न्यूक्स की तरह ही काम करता है। यह डीएनए की एचआईवी प्रतियों को रोकता है। उदाहरण (नेविरापीन, डेलाविर्डिन)। प्रोटीज़ अवरोधक: ये अवरोधक एचआईवी प्रतिकृति प्रक्रिया को रोकने के लिए एंजाइम को अवरुद्ध करते हैं। उदाहरण (सैक्विनवीर,इंडियानावीर)। संलयन अवरोधक: एचआईवी को मानव कोशिकाओं से जुड़ने से रोकते हैं। उदाहरण (एनफुविर्टाइड, मैराविरोक)। इंटीग्रेज अवरोधक: ये इंटीग्रेजाइम में हस्तक्षेप करते हैं, जिससे प्रक्रिया को वायरस प्रतिकृति बनने से रोका जा सकता है। उदाहरण (राल्टेग्राविर,